1 May Cosmic Mail (हिंदी)
हे शांत आत्मा,चलिए शुक्रिया करते है हमारे अलौकिक पिता ब्रम्हांड का और आगे बढ़ते है आजके कॉस्मिक मेल की तरफ। क्यों हम खूब सारी मेहनत करने के बावजूद भी सफल नहीं हो पाते है? क्या कोई गलती कर रहे है हम? इस सवाल पे हमारे अलौकिक पिता ब्रम्हांड हमसे कुछ